ध्येय

‘‘ मानव संसाधनों और आधुनिक प्रोद्योगिकी के सर्वोतम उपयोग के माध्यम से राष्ट्र के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों तथा परिसम्पतियों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए सतत् कौषल उन्नयन और मूल प्रतिस्पर्धा का विकास करना’’